रोगी को प्रतिदिन एक गर्म पानी का एनीमा देना चाहिए। इससे आंतों में स्थित विदेशी पदार्थ नियमित रूप से बाहर निकलते रहेंगे और परिणामस्वरूप, आंतों के माध्यम से अवशोषित नहीं होंगे और रक्त में नहीं मिलेंगे।
फलों का रस उपवास के 5 दिन बाद 3 दिन केवल फल ही खाने चाहिए। व्रत के बाद निम्न उपाय शुरू करें-
सुबह उठते ही एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू निचोड़ कर पिएं।
नाश्ते में अंगूर, सेब, पपीता, नाशपाती और गेहूं का दलिया लें। दलिया की जगह रोटी खा सकते हैं।
मुख्य भोजन में उबली हुई पालक, मेथी, गाजर, गेहूं की दो रोटियां और एक गिलास छाछ लें।
नारियल पानी और सेब का रस लगभग दो बजे लेना चाहिए।
रात के खाने में एक कप उबली सब्जी का सूप, दो गेहूं की चपाती, उबले आलू और उबली हुई पत्तेदार सब्जियां जैसे मेथी और पालक।
एक गिलास खट्टे दूध में दो चम्मच शहद मिलाकर रात को सोते समय लें।