रक्तस्राव होने पर एक रुई को सफेद सिरके में भिगोकर नाक के नथुने में रखें, जिससे खून बह रहा हो, इससे तुरंत लाभ मिलता है।
ठंडे पानी में भिगोए हुए रुई के फाहे को नाक पर रखें। छोटे कॉटन बॉल्स को पानी में भिगोकर फ्रीजर में रख दें। इनसे सीख लेने पर भी शीघ्र लाभ होता है।
रक्तस्राव से पीड़ित व्यक्ति को बैठाएं और उसके सिर पर ठंडा पानी डाल कर सिर को भिगो दें।
प्याज को काट कर नाक के पास रखें और लगातार सूंघें.
. थोड़ा सा शहद पानी में घोलकर नाक के छिद्रों पर लगाने से भी नाक से खून आना तुरंत बंद हो जाता
साफ हरे धनिये के पत्तों के रस की कुछ बूंदे नाक में डालने से भी लाभ होता है।
काली मिट्टी पर जल छिड़क कर इस गीली मिट्टी की सुगंध सूँघें।
नाक से खून बहने की स्थिति में बिना झुके कुर्सी पर बैठ जाएं और नाक के बजाय मुंह से सांस लें।
शीशम या पीपल के पत्तों को पीसकर या पीसकर इसके रस की 4-5 बूंदें नाक में डालने से कुछ ही देर में आराम मिलता है।
जिन लोगों को नाक से खून आने की समस्या है उन्हें धूम्रपान से पूरी तरह बचना चाहिए।
लगभग 20 ग्राम मुल्तानी मिट्टी को पीसकर एक गिलास पानी में रात को मिट्टी के बर्तन में भिगो दें। सुबह इस पानी को छान लें। इस साफ पानी को दो-तीन दिन तक पीने से पुराना नकसीर का रोग भी हमेशा के लिए खत्म हो जाता है।