इस दिन ठंडी हवाओं के कारण त्वचा फट जाती है या रूखी हो जाती है। चेहरे की त्वचा सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। त्वचा की नमी बनाए रखना मुश्किल नहीं है। आप मौसम के अनुसार फेशियल कर मौसम के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं।
सबसे पहले क्लींजिंग दूध से चेहरे की त्वचा को साफ करें और पानी से धो लें। अब ग्लिसरीन और गुलाब जल को बराबर मात्रा में मिलाकर इससे चेहरे की हल्की मालिश करें। गर्दन की हल्की मालिश करने पर हाथों को थोड़ा ऊपर की ओर ले जाएं। हाथों को बाहर निकालते हुए ठुड्डी की मालिश करें।
गालों की गोलाकार गति से मालिश करते हुए हाथों को नीचे से ऊपर की ओर ले जाएं। इस प्रक्रिया से रक्त संचार बढ़ेगा और गले का गुलाबीपन बना रहेगा। ललाट या माथे पर मालिश करते समय हाथों को बाएँ से दाएँ थोड़ा सा घुमाएँ।
सर्दियों में होठों के लिए ग्लिसरीन की मालिश बहुत जरूरी है। यह शुष्क त्वचा को शांत करता है और फटे होंठों को राहत देता है। होठों की एक बार बाईं ओर से और एक बार दाईं ओर से मालिश करें
. सर्दियों में अगर आप यह मालिश दिन में सिर्फ दो या तीन बार ही करेंगी तो आपकी त्वचा में निखार आएगा और इसका असर त्वचा पर स्थायी रूप से रहेगा।
5. आजकल इस्तेमाल होने वाले फेस पैक भी थोड़े अलग होते हैं। सबसे अच्छा पैक लाल चंदन का चूर्ण माना जाता है। ताजी क्रीम को इतनी मात्रा में मिलाएं कि यह गाढ़ा पेस्ट बन जाए।
अगर आपकी त्वचा रूखी है तो बादाम के तेल में दो से तीन बूंद नींबू का रस मिलाकर चंदन का पाउडर मिलाएं। इसे चेहरे पर लगाएं। पांच से सात मिनट बाद इसे हल्के हाथों से मलकर उतार लें और गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। अगर बादाम का तेल नहीं है, तो खट्टा दूध भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
अगर त्वचा तैलीय है तो बेसन को शहद में मिलाकर हल्के हाथों से चेहरे पर मलें और बाद में धो लें। बेसन अतिरिक्त तेल को खत्म कर देगा और शहद त्वचा का ढीलापन दूर कर कसाव लाएगा। शहद त्वचा की चमक भी बरकरार रखेगा।
ज्यादा देर तक धूप में रहने से रंगत पर असर पड़ता है। ऐसी त्वचा पर रूई में थोड़ा सा दूध और नींबू का रस लेकर धीरे-धीरे मलें। इससे त्वचा फिर से अपने मूल रंग में आ जाएगी। फिर पैक का इस्तेमाल करें।
समय न हो तो बादाम, जैतून, तिल या सरसों के तेल से हल्के गर्म पानी में भीगे हुए तेल को निचोड़कर मालिश करें, शुष्क हवा का त्वचा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और वह चिकनी और मुलायम बनी रहेगी।